आर्मी ऑफिसर एंड आईपीएस ऑफिसर में क्या अंतर होता है?

क्या आपको पता है कि एक आर्मी ऑफिसर और एक आईपीएस ऑफिसर में क्या अंतर क्या होता है और इनका सिलेक्शन प्रोसेस और सैलरी क्या होती है अगर नही, तो आइये आज इस आर्टिकल में हम आपको बताते है कि एक आर्मी ऑफिसर और एक आईपीएस ऑफिसर में क्या अंतर होता है जो कैंडिडेट इसके बारे में जानकारी चाहते है वो हमारे इस आर्टिकल को पूरा जरुर पढ़े.

आर्मी ऑफिसर और आईपीएस ऑफिसर का सिलेक्शन प्रोसेस कैसे होता है?

आईपीएस ऑफिसर यूपीएससी का सिविल सर्विस एग्ज़ाम पास करने के बाद बना जाता है जबकि आर्मी ऑफिसर यूपीएससी का NDA का एग्जाम पास करने के बाद बना जाता हैं अगर ट्रेनिंग की बात की जाये तो आईपीएस ऑफिसर की पहले चार महीने की ट्रेनिंग लबासना मसूरी में कराई है

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और बाकी की 1 साल की ट्रेनिंग सरदार वल्लभभाई पटेल पुलिस अकैडमी हैदराबाद में कराई जाती है और एक आर्मी ऑफिसर की पहले 3 साल की नेशनल डिफ़ेन्स अकैडमी की ट्रेनिंग होती है उसके बाद 1 साल की ट्रेनिंग IMA देहरादून में पूरी करनी होती है आर्मी ऑफिसर की ट्रेनिंग आईपीएस ऑफिसर से बहुत ज्यादा मुश्किल होती है.

आर्मी ऑफिसर और एक आईपीएस ऑफिसर की पोस्टिंग किस पद पर होती है?

सिविल सर्विस एग्ज़ाम पास करने के बाद आईपीएस ऑफिसर को ASP की पोस्ट दी जाती है यह 3 साल का ट्रेनिंग पीरियड का पद होता है जिसके पहले साल में इनके कंधे पर एक स्टार, दूसरे साल में दो स्टार और तीसरे साल में तीन स्टार होते हैं और इसके नीचे IPS लिखा होता है इससे पता चलता है कि वह एक आईपीएस रैंक का अधिकारी है.

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जबकि आर्मी में एनडीए का एग्जाम पास करने के बाद बने ऑफिसर्स को सबसे पहले लेफ्टिनेंट के रूप में नियुक्त किया जाता है जो कि कमिश्नर ऑफिसर रैंक के अंतर्गत आते हैं इनके कंधे पर दो स्टार लगे होते हैं जो कि इनकी पहचान होती है.

आर्मी ऑफिसर और एक आईपीएस ऑफिसर का प्रमोशन किस पद तक होता है?

आईपीएस ऑफिसर ASP बनने के बाद 4 से 5 साल के बाद कैंडिडेट का प्रमोशन एसपी के पद पर होता है जिसके बाद एसएसपी, डीआईजी फिर आईजी के पद तक भी प्रमोशन के द्वारा ये आईपीएस ऑफिसर जा सकते हैं और आर्मी ऑफिसर्स में सबसे पहला पद लेफ्टिनेंट का होता है.

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जिसके 2 साल के बाद कैंडिडेट का प्रमोशन कैप्टन के रूप में होता है जिसके एक कम से कम 6 साल के बाद ये मेजर बनते हैं फिर लेफ्टिनेंट कर्नल फिर कर्नल फिर ये ब्रिगेडियर मेजर जनरल के पद तक भी आर्मी ऑफिसर्स पहुँच सकते हैं लेकिन आर्मी में प्रमोशन का एक फिक्स समय होता है उससे पहले प्रमोशन नहीं हो सकता है.

आर्मी ऑफिसर और एक आईपीएस ऑफिसर में किसके पास ज्यादा पॉवर होती है?

आईपीएस ऑफिसर पुलिस विभाग का मुखिया होता है सभी बड़े पद एएसपी, एसपी, एसएसपी, डीआईजी, आईजी ये सभी आईपीएस ऑफिसर ही होते हैं इनका काम अपने अंतर्गत आने वाले क्षेत्र में कानून व्यवस्था बनाए रखना, उसके लिए जरूरी कदम उठाना क्षेत्र में, अपने अपराध, आतंकवाद, तस्करी, किडनैपिंग, मर्डर जैसे अपराधों और अवैध गतिविधियों को रोकना, आदि जैसा सभी काम एक आईपीएस ऑफिसर को करना होता हैं.

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जबकि आर्मी ऑफिसर्स बाहरी देशों के द्वारा की जाने वाली अवैध गतिविधियों पर नजर रखते हैं उनके लिए जरूरी कदम उठाना, देश की सुरक्षा करना, इसके साथ-साथ नए आर्मी जवानों को ट्रेनिंग देना, उन्हें लड़ाई के लिए तैयार करने का काम भी एक आर्मी ऑफिसर्स के द्वारा ही किया जाता है. लेफ्टिनेंट, कर्नल, मेजर, ब्रिगेडियर, जनरल ये सभी आर्मी ऑफिसर्स है रैंक ऑफिसर होते हैं और पूरे देश की आर्मी इन्ही के इशारों पर काम करती है.

आर्मी ऑफिसर और एक आईपीएस ऑफिसर को सैलरी कितनी मिलती है?

आईपीएस ऑफिसर के पहले पद ASP के पद पर कैंडिडेट को 65,000 से 70,000 रूपये तक प्रतिमाह सैलरी मिलती है जिसके बाद एसपी को 80,000 से 95,000 रूपये, एसएसपी को 90,000 से 1,00,000 रूपये, डीआईजी को 1,00,000 से 1,50,000 रूपये प्रतिमाह सैलरी मिलती है यही आर्मी ऑफिसर्स में लेफ्टिनेंट को 75,000 से 90,000 रूपये, कैप्टन को 80,000 से 1,00,000 रूपये, मेजर को 1,00,000 से 1,20,000 रूपये, और लेफ्टिनेंट कर्नल को 1,15,000 से 1,30,000 रूपये पर मंथ सैलरी मिलती है और कैंडिडेट का ये वेतन प्रमोशन होने के साथ साथ बढ़ता जाता है.

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इसके साथ ही एक आर्मी ऑफिसर्स को आईपीएस ऑफिसर से ज्यादा सुख-सुविधाएँ मिलती है आईपीएस ऑफिसर्स को जहाँ रहने के लिए बंगला, गाड़ी, ड्राइवर, सेक्युरिटीज़ सभी तरह की सुख सुविधाएं मिलती है वहीं आर्मी ऑफिसर्स को भी बंगला, गाड़ी, ड्राइवर नौकर चाकर की सुविधा तो मिलती है इसके साथ-साथ आर्मी ऑफिसर्स को कैंटीन फ़ैसिलिटी बच्चों को एजुकेशनल फैसिलिटीज़ ट्रैवल फैसिलिटीज स्टडी लीव बहुत सी सुख सुविधाएं भी मिलती है.

आज आपने क्या सीखा?

दोस्तों, हम आशा करते है कि हमारी ये जानकारी आपको पसंद आई होगी और आपके लिए काफी यूजफुल भी होगी क्युकि इसमे हमने आपको एक आर्मी ऑफिसर और एक आईपीएस ऑफिसर के बीच के अंतर के बारे में बताया है.

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