tahsildar kaise bane in hindi
लाइफ में सभी लोग कुछ न कुछ बनना चाहते है तो जो व्यक्ति जिस फील्ड में जाना चाहता है उसे उसके बारे में जानकारी होना बहुत जरूरी है. अगर आप तहसीलदार के पद पर जॉब पाना चाहते हैं तो आपको इसके बारे में पूरी जानकारी होनी चाहिए, इसीलिए आज इस आर्टिकल में हम आपको तहसीलदार बनने से रिलेटेड पूरी जानकारी देंगे.
तहसीलदार का कौन होता है?
तहसील के प्रभारी अधिकारी को तहसीलदार कहा जाता है. एक तहसीलदार को तालुकदार या कर अधिकारी के नाम से भी जाना जाता है. सभी राज्यों में अलग-अलग जिले होते है और सभी जिलों में कई सारे तहसील होते है. किसी भी जिले के तहसील में जो भी भूमि से सम्बंधित काम होते हैं वो सभी तहसीलदार देखता है तहसीलदार के साइन के बिना कोई काम नही हो सकता है.
तहसीलदार बनने के लिए योग्यता क्या होनी चाहिए?
तहसीलदार बनने के लिए सबसे पहले कैंडिडेट को 12th पास करना होगा और उसके बाद ग्रेजुएशन (BBA, B.Com, BCA, B.Sc and B.Tech से में कोई भी कोर्स किया हो) कम्पलीट करना जरूरी है. अगर कैंडिडेट ने ग्रेजुएशन कम्पलीट किया है तभी तहसीलदार पद के लिए अप्लाई कर सकता है.
तहसीलदार बनने के लिए ऐज लिमिट क्या होनी चाहिए?
तहसीलदार बनने के लिए कैंडिडेट की ऐज 21 से 42 साल के बीच होनी चाहिए. इसमें ओबीसी कैंडिडेट को 3 साल की और एससी/एसटी कैंडिडेट को 5 साल की छूट दी जाती है.
तहसीलदार का सिलेक्शन प्रोसेस क्या है?
सभी राज्यों में सिलेक्शन प्रोसेस अलग-अलग होता है. तहसीलदार पोस्ट के लिए कोई डायरेक्ट भर्ती नही निकलती है इस पोस्ट के लिए पहले कैंडिडेट नायब तहसीलदार बनता है और उसके 3 या 4 साल बाद प्रमोशन होने पर तहसीलदार बना दिया जाता है.
नायब तहसीलदार की पोस्ट के लिए सभी राज्यों में अलग-अलग एक्साम्स कराए जाते हैं और ये एक्साम्स लोक सेवा आयोग द्वारा कंडक्ट किया जाता है. हमारे उत्तर प्रदेश में इस एग्जाम को UPPSC द्वारा कंडक्ट किया जाता है.
प्रिलिमिनरी एग्जाम
सभी राज्यों में इस एग्जाम का पैटर्न अलग-अलग होता है कुछ राज्यों में इस एग्जाम में 2 पेपर कराये जाते है लेकिन कुछ राज्यों जैसे- बिहार, राजस्थान में इसका 1 ही एग्जाम होता है.
इस एक्साम में पहला पेपर जनरल स्टडीज का होता है जिसमे 200 नंबर के 150 क्वेश्चन होते है इस पेपर में ऑब्जेक्टिव क्वेश्चन्स होते है और ये एग्जाम 2 घंटे का होता है.
दूसरा एग्जाम सिविल सर्विस अप्टिट्यूड टेस्ट का होता है इस एग्जाम में 200 नंबर के 100 प्रश्न होते है इसमें भी ऑब्जेक्टिव क्वेश्चन्स होते है और ये एग्जाम 2 घंटे का होता है. इन दोनों एक्साम्स में 1/3 नेगेटिव मार्किंग की जाती है. इसके बाद मेरिट लिस्ट में सिर्फ जनरल स्टडीज के नंबर जोड़े जाते है. सिविल सर्विस अप्टिट्यूड टेस्ट के नंबर नही जोड़े जाते है क्युकी ये एक तरह का क्वालीफाइंग पेपर होता है इसमें कैंडिडेट को 33 % नंबर लाना कम्पलसरी होता है.
जनरल स्टडीज में –
साइंस, पर्यावरण और परिस्थितिकी, सामयिक, अर्थशास्त्र, सरकारी नीतियाँ और पहल, संस्थान, अंतरराष्ट्रीय संबंध, राजनीति, भूगोल, आधुनिक इतिहास, मध्य कालीन इतिहास, कला और संस्कृति और आजादी के बाद का इतिहास से रिलेटेड सवाल पूछे जाते हैं.
सिविल सर्विस अप्टिट्यूड टेस्ट में-
इस टेस्ट में 10th लेवल के सवाल पूछे जाते है. मैथ, इंग्लिश, हिंदी, सामान्य बौद्धिक योग्यता, लॉजिकल एंड एनालिटिकल एबिलिटी, डिसीशन मेकिंग एंड प्रॉब्लम सोल्विंग और कोम्प्रेहेंसिव से रिलेटेड सवाल पूछे जाते हैं.
मेन एग्जाम
अगर कैंडिडेट प्रिलिमिनरी एग्जाम को पास कर लेता है तभी वो मेन एग्जाम में बैठने के लिए एलिजिबल होगा. मेन एग्जाम में कुल 8 पेपर कराए जाते है जिसमे से शोर्ट एंड लॉन्ग क्वेश्चन्स पूछे जाते है ये सभी एग्जाम 3 घंटे के होते है इस एग्जाम में जनरल हिंदी, एस्से, जनरल स्टडीज 1, जनरल स्टडीज 2, जनरल स्टडीज 3, जनरल स्टडीज 4 और 2 ऑप्शनल पेपर: पेपर1 एंड पेपर2 होते है.
जनरल हिंदी
इसमें 150 नंबर के सवाल पूछे जाते हैं ये एग्जाम 3 घंटे का होता है ये एक तरह का क्वालीफाइंग पेपर होता है इसमें सरकारी और अर्द्ध सरकारी पत्र लेखन, तार लेखन, कार्यालय आदेश, अधिसूचना, परिपत्र, शब्द ज्ञान एवम् प्रयोग, उपसर्ग एवं प्रत्यय विलोम शब्द, वाक्यांश के लिए एक शब्द, वर्तनी एवं वाक्य शुद्धि और लोकोक्ति एवं मुहावरे से रिलेटेड सवाल पूछे जाते हैं.
एस्से
इस पेपर में तीन खंड दिए होते है और सभी खण्डों में 3 टॉपिक दिए गये होते है जिसमे से प्रत्येक टॉपिक पर 700-700 वर्ड का एस्से लिखना पड़ता है और तीनों खंड 50-50 नंबर के होते हैं ये एग्जाम तीन घंटे का होता है. इसके पहले क खंड में साहित्य और संस्कृति, सामाजिक क्षेत्र और राजनैतिक क्षेत्र से सवाल पूछे जाते है. दूसरे खण्ड ख में विज्ञान, पर्यावरण प्रद्योगिक, आर्थिक क्षेत्र, कृषि उद्योग और व्यापार से रिलेटेड सवाल पूछे जाते हैं. और इसके तीसरे खण्ड ग में राष्ट्रीय और अंतर राष्ट्रीय घटनाक्रम, प्राकृतिक आपदायें और राष्ट्रीय विकास योजनाओं से रिलेटेड सवाल पूछे जाते हैं.
जनरल स्टडीज1, जनरल स्टडीज2 और जनरल स्टडीज 3
इस एग्जाम में भारतीय इतिहास (प्राचीन, मध्यकालीन, आधुनिक), भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन और भारतीय संस्कृति, विश्व भूगोल, भारतीय भूगोल, प्राकृतिक संसाधन, वर्तमान घटनाएं, भारतीय कृषि, व्यापार और वाणिज्य, भारतीय राजनीति , भारतीय अर्थव्यवस्था, सामान्य विज्ञान, जीवन शैली और सामाजिक रीति रिवाज से रिलेटेड सवाल पूछे जाते हैं. ये एग्जाम 200-200 नंबर के होते हैं.
जनरल स्टडीज 4
इसमें एथिक्स से रिलेटेड सवाल पूछे जाते हैं ये एग्जाम भी 200 नंबर का होता है.
ऑप्शनल: पेपर1 और पेपर 2
ये एग्जाम भी 200-200 नंबर के होते है इसमें कुल 29 सब्जेक्ट होते हैं जिसमे से आपको कोई एक सब्जेक्ट चुनना होता है और उसी से आपके सवाल पूछे जाते हैं.
इंटरव्यू
अगर आप एक्साम्स को क्लियर कर लेते हैं तो आपको इंटरव्यू के लिए बुलाया जायेगा, इसमें आपकी नॉलेज और कॉन्फिडेंस को चेक किया जाता है इंटरव्यू मे आपसे रिलेटेड सवाल या फिर किसी सब्जेक्ट से रिलेटेड सवाल पूछे जा सकते हैं जब आप इंटरव्यू क्लियर कर लेते हैं तो आपको आपकी रैंक और प्रेफरेंस के बेस पर लोक सेवा आयोग द्वारा पद दिया जाता हैं.
इसके बाद कैंडिडेट को अपनी पोस्ट पर काम करने के लिए ट्रेनिंग पर भेजा जाता है और उसके बाद किसी तहसील में नायब तहसीलदार के पद पर नियुक्त कर दिया जाता है.
नायब तहसीलदार की पोस्ट के लिए अप्लाई कैसे करें?
आपको नायब तहसीलदार का एप्लीकेशन फॉर्म फिल करने के लिए या अप्लाई करने के लिए आपको आप लोक सेवा आयोग की वेबसाइट (uppsc.up.nic.in )पर जा सकते हैं वहाँ पर आपको सभी लेटेस्ट वैकेंसी मिल जायेंगी, आप उस पर जाकर चेक पर सकते हैं और अप्लाई भी कर सकते हैं.
तहसीलदार का काम क्या होता है?
जमीन से रिलेटेड विवादों को सुनना और उनको समाधान/हल करना, पटवारी द्वारा दिए गये कार्यों का निरीक्षण करना, उस तहसील में आने वाले जमीन से रिलेटेड सभी रिकॉर्ड को मेंटेन रखना और सरकारी कर वसूलने से रिलेटेड सभी काम तहसीलदार के होते हैं. सभी स्टूडेंट्स का जाति प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र और किसी भी तरह का प्रमाण पत्र बनाने का काम तहसीलदार का होता है. उस तहसील के अंतर्गत आने वाले किसी क्षेत्र में प्राकृतिक आपदा आने पर उसका निरीक्षण करके तत्काल राहत अभियान शुरू करवाने का काम और उसमे फसल का नुकसान हो जाने पर मुआवजा दिलाना, आपदा पीड़ितों की मदद करना और इन सभी चीजों का रिकॉर्ड बनाकर अपने उच्च अधिकारी को भेजने का काम तहसीलदार का होता है.
तहसीलदार का प्रमोशन किस पद पर होता है?
एक तहसीलदार (tahsildar kaise bane in hindi) को 8 से 15 साल में प्रमोशन करके उप जिला मजिस्ट्रेट (SDM) बना दिया जाता है और कुछ सालों तक एसडीएम के पद पर काम करने के बाद इन्हें डीएम बना दिया जाता है.
तहसीलदार की सैलरी कितनी होती है?
किसी भी जिले के तहसील में नियुक्त तहसीलदार की सैलरी पर मंथ 60,000 से 80,000 रूपये के बीच में होती है. ये वेतन सभी राज्यों में अलग-अलग होता है.
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आज आपने क्या सीखा?
हमे उम्मीद है कि हमारा ये (tahsildar kaise bane in hindi) आर्टिकल आपको बहुत पसंद आया होगा और आपके लिए काफी हेल्पफुल भी होगा इसमें हमने आपको तहसीलदार बनने से रिलेटेड सारी जानकारी दी है जैसे- तहसीलदार का कौन होता है? तहसीलदार बनने के लिए योग्यता क्या होनी चाहिए? तहसीलदार बनने के लिए ऐज लिमिट क्या होनी चाहिए? तहसीलदार का सिलेक्शन प्रोसेस क्या है? नायब तहसीलदार की पोस्ट के लिए अप्लाई कैसे करें? तहसीलदार का काम क्या होता है? तहसीलदार का प्रमोशन किस पद पर होता है? और तहसीलदार की सैलरी कितनी होती है? आदि,
हमारी ये (tahsildar kaise bane in hindi) जानकारी आपको कैसी लगी कमेंट करके जरुर बताइयेगा और ज्यादा से ज्यादा लोगों के साथ भी कीजियेगा