raksha bandhan kyu manaya jata hai in hindi
हमारे भारत देश में कई (होली, दीपावली और भी बहुत सारे ) सारे त्यौहार मनाये जाते है इन्ही त्योहारों में से एक त्यौहार है रक्षाबंधन, जो भाई-बहन का त्यौहार होता है ये त्यौहार क्यों मनाया जाता है आज इस आर्टिकल में हम आपको इससे रिलेटेड पूरी जानकारी देंगे.
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रक्षाबंधन क्या है? (What is raksha bandhan in hindi)
रक्षाबंधन दो शब्दों से मिलकर बना होता है रक्षा+बंधन अर्थात् एक ऐसा बंधन जो रक्षा का वचन दे रक्षाबंधन भाई बहन का त्यौहार है रक्षाबंधन का त्यौहार श्रावण मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है ये सावन माह का अंतिम दिन होता है सावन का माह शिव जी का महीना माना जाता है सावन महीने में रक्षाबंधन के अलावा और भी कई सारे त्यौहार मनाये जाते है
जैसे- नाग पंचमी, शिवरात्री, हरियाली तीज और पुत्र द एकादशी आदि, इस दिन बहन अपने भाई को रक्षा सूत्र बांधकर उसकी लम्बी उम्र की प्रार्थना करती है और भाई उसकी रक्षा का वचन देता है सभी लोग इस परम्परा को बरसों से निभाते आ रहे हैं.
रक्षाबंधन पर पूजा की थाली सजाते समय उसमे कुमकुम, चावल, श्री फल, राखी, मिठाई और दीपक के साथ ही गंगाजल से भरा कलश रखा जाता है.
रक्षाबंधन कब और क्यों शुरू हुआ?
रक्षाबंधन का त्यौहार शुरू होने की बहुत सारी कथाएं है एक समय में देवताओं और दानवों के मध्य युद्ध चल रहा था जब दानवों के राजा बलि ने एक सौ दस यज्ञ पूरे करना चाहता था जिससे देवताओं को डर था कि अगर राजा बलि ने 110 यज्ञ पूरे कर लिया तो वह स्वर्ग पर भी अधिकार न कर ले इसीलिए सभी देवता रक्षा के लिए भगवान विष्णु के पास गये तब भगवान विष्णु वामन अवतार लेकर राजा बलि के पास गये और उनसे भिक्षा मांगी भिक्षा में दानवों के राजा बलि ने तीन पग जमीन देने को कहा तब भगवान विष्णु ने एक पग में स्वर्ग और दूसरे पग में पृथ्वी को नापा था
जब भगवान तीसरा पग बढ़ा रहे थे तो राजा बलि को समझ नही आया कि क्या करे तो उसने अपने सिर वामन देव के सामने रख दिया और कहा आप अपना तीसरा पग यह रख दें और इस तरह से दानवों के राजा बलि से स्वर्ग और पृथ्वी पर रहने का अधिकार छीन लिया गया और राजा बलि पाताललोक चले गये तब राजा बलि ने अपनी भक्ति से भगवान विष्णु से हमेशा अपने सामने रहने का वचन लिया और भगवान विष्णु को राजा बलि का द्वारपाल बनना पड़ा जिससे देवी लक्ष्मी बहुत परेशानी में पड़ गयी वो भगवान विष्णु को पाताललोक से वापस लाना चाहती थी
तब उन्हें नारद जी से इस समस्या का समाधान मिला, माता लक्ष्मी ने राजा बलि के पास जाकर उनके राखी बांधी और उसे अपना भाई बना लिया और उपहार स्वरूप अपने पति भगवान विष्णु को माँगा ये सावन माह की पूर्णिमा का दिन था तभी से ये रक्षाबंधन का त्यौहार मनाया जाता है इसी दिन से बहनों द्वारा भाई को राखी बंधाने की परम्परा शुरू हुई राजपूताना इतिहास में महारानी कर्णावती ने अपने राज्य की रक्षा के लिए मुगल बादशाह हुमायूँ को रक्षासूत्र बांधा था और इसके बदले में हुमायूँ ने बहादुर शाह जफ्फर से चित्तौड़ की रक्षा की थी.
ब्राह्मणों द्वारा अपने यजमानों को राखी बांधकर उनकी मंगल कामना की जाती है इस दिन वेद पाठी ब्राह्मण यजुर्वेद का पाठ करते है रक्षाबंधन और श्रावन पूर्णिमा दोनों अलग-अलग त्यौहार हैं जो उपासना और संकल्प का अद्भुत समन्वन है और ये दोनों एक ही दिन मनाये जाते हैं महाराष्ट्र राज्य के कई भागों में श्रावणी पूर्णिमा के दिन जल देवता वरुण की पूजा की जाती है इस दिन बहनें अपने भाई को तिलक अकक्ष्त लगाकर उनकी कलाई पर राखी बांधती हैं और फल/मिठाईयां खिलाती हैं भाई भी श्रद्धा से अपनी बहन को उपहार देता है.
रक्षाबंधन का महत्व क्या है?
रक्षाबंधन दो शब्दों से मिलकर बना होता है रक्षा+बंधन अर्थात् एक ऐसा बंधन जो रक्षा का वचन दे इस दिन भाई अपनी बहन का रक्षा का वचन देते हैं, यह त्यौहार भाई-बहन के रिश्तों की अटूट डोर का प्रतीक भी माना जाता है. ये भारतीय परम्पराओं का एक ऐसा त्यौहार है जो भाई बहन के साथ-साथ हर सामाजिक संबंधो को भी मजबूत बनाता है इसीलिए यह त्यौहार भाई-बहन को आपस में जोड़ने के साथ- साथ संस्कृतिक, सामाजिक महत्त्व भी रखता है
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आज आपने क्या सीखा?
हमे उम्मीद है कि हमारा ये (raksha bandhan kyu manaya jata hai in hindi) आर्टिकल आपको काफी पसंद आया होगा इसमें हमने आपको रक्षाबंधन के त्यौहार के बारे में पूरी जानकारी दी है जैसे- रक्षाबंधन क्या है? रक्षाबंधन कब और क्यों शुरू हुआ? रक्षाबंधन का महत्व क्या है?आदि,
हमारी ये (raksha bandhan kyu manaya jata hai in hindi) जानकारी आपको कैसी लगी कमेंट करके जरुर बताइयेगा और हमारी इस इम्पोर्टेन्ट जानकारी को ज्यादा से ज्यादा लोगों के साथ शेयर कीजियेगा.
Sudha Verma Freeskillsindia की एडिटर हैं इनकी रूचि हिंदी भाषा में हैं | यह Freeskillsindia के लिए बहुत से विषयों पर लिखती हैं | इनके प्रयासों के कारण Freeskillsindia एक सफल हिंदी वेबसाइट बनी हैं