Orthopedic surgeon kaise bane- आप में से सभी लोग लाइफ में पढ़-लिखकर कुछ न कुछ बनना चाहते हैं कोई डॉक्टर, कोई मास्टर और कोई इंजीनियर, आप में से ही कुछ लोग ओर्थोपेडिक सर्जन बनना चाहते होंगे, लेकिन उन्हें इस फील्ड में कैसे आगे बढ़ना है इसके बारे में जानकारी नही होती है इसीलिए आज इस आर्टिकल में हम आपको ओर्थोपेडिक सर्जन बनने से रिलेटेड पूरी जानकारी देंगे.
ओर्थोपेडिक सर्जन कौन होते हैं?
जब कभी हमारी बोंस, जॉइंट्स, मसल्स में दर्द होता है तो हमे एक ओर्थोपेडिक डॉक्टर के पास जाना पड़ता है एक ओर्थोपेडिक सर्जन या डॉक्टर ओर्थोपेडिक फील्ड में एक्सपर्ट होते हैं इन्हें ओर्थोपेडिस्ट भी कहा जा सकता है.

एक ओर्थोपेडिक सर्जन को हमारे मस्कुलो सिस्टम से रिलेटेड समस्याओं को डाईग्नोस करना और इलाज करना आता है और कभी आवश्यकता पड़ने पर वो सर्जरी भी कर सकते हैं. सभी ओर्थोपेडिक स्पेसिलिस्ट, ओर्थोपेडिक सर्जन नही हो सकते हैं क्युकी एक ओर्थोपेडिक स्पेसिलिस्ट बिना सर्जरी के ओर्थोपेडिक समस्याओं को डाइग्नोस और ट्रीट कर सकते हैं लेकिन एक ओर्थोपेडिक सर्जन की जरूरत तब पड़ती है जब डाइग्नोस में ये कन्फर्म हो जाये कि ट्रीटमेंट में सर्जरी करना जरूरी है. हर पेशेंट को जल्द से जल्द रिलीफ दिखाना एक ओर्थोपेडिक सर्जन का पहला काम होता है. एक सर्जन में काइंडनेस और पेशेंस होना बहुत जरूरी होता है.
ओर्थोपेडिक सर्जन बनने के लिए योग्यता क्या होनी चाहिए?
ओर्थोपेडिक सर्जन बनने के लिए कैंडिडेट को साइंस स्ट्रीम से 12th पास करना होगा, जिसमे आपको फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी सब्जेक्ट लेना होगा और 12th में आपके 50% मार्क्स होना जरूरी है और आपकी इंग्लिश लैंग्वेज अच्छी होनी चाहिए. 12th पास करने के बाद आपको एमबीबीएस (बैचलर ऑफ़ मेडिसिन एंड बैचलर ऑफ़ सर्जरी) करना होगा, जिसकी ड्यूरेशन साढ़े 5 साल प्रोफेशनल डिग्री कोर्स होती है इस कोर्स को करने के लिए कैंडिडेट की ऐज कम से कम 17 साल होनी चाहिए. अगर आप एमबीबीएस में एडमिशन लेना चाहते है तो आपको नीट (National Eligibility cum Entrance Test) एग्जाम क्लियर करना होगा, ये एक एंट्रेंस एग्जाम है.
एमबीबीएस की डिग्री लेने के बाद आपको मास्टर ऑफ़ सर्जरी की लेना होगा, ये मेडिकल कोर्सेज में से सबसे इम्पोर्टेन्ट कोर्स है और ओर्थोपेडिक सर्जन बनने के लिए आपको एमएस ओर्थोपेडिक सर्जन में एडमिशन लेना होगा ये तीन साल का पोस्ट ग्रेजुएटेड कोर्स होता है जिसे आप एमबीबीएस डिग्री ले के बाद ही कर सकते हैं इसके लिए एमबीबीएस में आपके 55% मार्क्स होने चाहिए.
जिन स्टूडेंट्स ने सेम सब्जेक्ट में किसी इंस्टिट्यूट से 2 साल का पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा कोर्स किया हो वो 2 साल में एमएस (मास्टर ऑफ़ सर्जरी) कोर्स कम्पलीट कर सकते हैं.
मास्टर ऑफ़ सर्जरी में एडमिशन लेने के लिए आपको एंट्रेंस (जैसे- AIIMS PG, NEET PG, PGIMER, और JIPMER PG जैसे एंट्रेंस एग्जाम) एग्जाम पास करना होगा उसके बाद आपको काउंसिल ऑफ़ इंटरव्यू राउंड को भी क्लियर करना होगा, अगर आप एंट्रेंस एग्जाम में अच्छी रैंक लाते हैं तो आपको एक अच्छे कॉलेज में एडमिशन मिल जायेगा जिससे उनका स्कोप इस फील्ड में काफी बढ़ जायेगा.
मास्टर ऑफ़ सर्जरी की डिग्री लेने के लिए एडमिशन कहाँ लें?
एमएस कोर्स करने के लिए टॉप कॉलेज है-
आल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेज, डेल्ही,
पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च, चंडीगढ़,
क्रिस्चियन मेडिकल कॉलेज, वेल्लोर,
जवाहरलाल इंस्टिट्यूट ऑफ़ पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च, पांडिचेरी,
मद्रास मेडिकल कॉलेज, चेन्नई,
कस्तूरबा मेडिकल कॉलेज, मनिपाल,
किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी, लखनऊ, आदि. ये कुछ टॉप कॉलेज हैं जहाँ पर आप एमएस डिग्री के लिए एडमिशन ले सकते हैं.
मास्टर ऑफ़ सर्जरी डिग्री कोर्स करने के लिए फीस कितनी पड़ती है?
एमएस डिग्री लेने के लिए आपको कॉलेज के अकोर्डिंग 50 हजार से 18 लाख रूपये पर एनम का वैरियेशन देखने को मिल सकता है इस कोर्स में जनरल ओर्थोपेडिक, traumatology की स्टडी शामिल होती है और ये कोर्स अब्रोड से भी किया जा सकता है जिसमे आप यूएसए, यूके और आस्ट्रेलिया के कॉलेज में एडमिशन ले सकते हैं. ये कोर्स पूरा करने के बाद आपको ट्रेनिंग करनी पड़ती है और आपकी ट्रेनिंग पूरी होने के बाद आप एक ओर्थोपेडिक सर्जन बन जायेंगे.
लेकिन अगर आप एमएस के आगे भी पढ़ाई करना चाहते हैं तो आप डिप्लोमेट ऑफ़ द नेशनल बोर्ड ऑफ़ मेडिकल एग्जाम इन ओर्थोपेडिक या पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन ओर्थोपेडिक या पीएचडी इन ओर्थोपेडिक कर सकते है.
ओर्थोपेडिक सर्जन बनने के बाद आपको कौन सी जॉब मिल सकती है
एमएस कोर्स करने के बाद आपको हॉस्पिटल्स और क्लिनिक में हाई सैलरी के साथ बहुत से जॉब ऑप्शन्स मिल जायेंगे, जिनमे से आप एक ओर्थोपेडिक सर्जन के तौर पर अपने करियर की शुरुआत कर सकते हैं लेकिन इसके अलावा आपको कुछ और जॉब ऑप्शन्स मिल जायेंगे जैसे-क्रिटिकल केयर, मेडिकल कंसल्टेंट, क्लिनिकल एसोसिएट, और ओर्थोपेडिक प्रोफेसर आदि. इस फील्ड में आप अपना खुद का हॉस्पिटल या नर्सिंग होम भी खोल सकते हैं और आपके लिए इंडियन नेवी या आर्मी फ़ोर्सेस से ज्वाइन करना भी पॉसिबल हो जायेगा.
ओर्थोपेडिक सर्जन की सैलरी कितनी होती है?
एक ओर्थोपेडिक सर्जन की स्टार्टिंग सैलरी लगभग 4 से 6 लाख पर एनम हो सकती है लेकिन एक्सपीरियंस बढ़ने के साथ-साथ आपकी सैलरी भी बढ़ती जाती है आपको जितना ज्यादा एक्सपीरियंस होगा आपकी सैलरी उतनी ही बेहतर होगी.
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आज आपने क्या सीखा?
हमे उम्मीद है कि हमारा ये (Orthopedic surgeon kaise bane) आर्टिकल आपको बहुत पसंद आया होगा और आपके लिए काफी यूजफुल भी होगा, इसमें हमने आपको ओर्थोपेडिक सर्जन बनने से रिलेटेड सारी जानकारी दी है जैसे- ओर्थोपेडिक सर्जन क्या होता है?
हमारी ये (Orthopedic surgeon kaise bane) जानकारी आपको कैसी लगी कमेंट करके जरुर बताइयेगा और ज्यादा से ज्यादा लोगों के साथ भी कीजियेगा.