कड़कनाथ चिकन पोल्ट्री फार्मिंग बिज़नेस कैसे शुरू करें | How to Start Kadaknath Chicken poultry Farming Business, benefits, price In Hindi

आज के समय में कड़कनाथ नस्ल के चिकन के अंडे और इनके मांस की मांग काफी ज्यादा बढ़ गयी है और इस नस्ल के चिकन की मांस और इनके द्वारा दिए गए अण्डों को काफी उच्च दामों में बाजारों में बेचा और खरीदा जाने लगा है इसलिए आप कड़कनाथ नस्ल के चिकन का पोल्ट्री फार्म खोल सकते हैं और कम समय में ज्यादा प्रॉफिट कमा सकते हैं इसीलिए अगर आप इस बिज़नेस को शुरू करने से रिलेटेड पूरी जानकारी चाहते है तो हमारे इस आर्टिकल को पूरा जरूर पढ़ें, क्युकी आज इस आर्टिकल में हम आपको कड़कनाथ चिकन पोल्ट्री फार्मिंग बिज़नेस कैसे शुरू करने से रिलेटेड पूरी इनफार्मेशन देने वाले है.

कड़कनाथ चिकन पॉल्ट्री फार्मिंग बिज़नेस कैसे शुरू करें (How to Start Kadaknath Chicken poultry Farming Business  In Hindi)

कड़कनाथ चिकन की नस्ल मध्यप्रदेश राज्य के झाबुआ डिस्ट्रिक्ट में पाई जाती है इस नस्ल की ये चिकन केवल भारत में ही पाई जाती है तेलंगाना आंध्र प्रदेश तमिलनाडु और केरल राज्य में कड़कनाथ चिकन से जुड़े कई सारे पोल्ट्री फार्म भी है और इन राज्यों में इन चिकन की काफी मांग भी है इस नस्ल के मुर्गी द्वारा दिए गए अंडे ब्राउन कलर के होते है आज के समय में ये बाजार में काफी महंगे बिकते हैं और इनका मांस भी सेहत के लिए अच्छा होता है कड़कनाथ चिकन द्वारा दिए गए अंडे बाजार में लगभग 40/- से 50/- रूपये में बिकते हैं और इस चिकन के मांस बाजार में लगभग 800/- रूपये प्रति किलो के हिसाब से बिकता है.

kadaknath poultry farming business plan in hindi

कड़कनाथ चिकन पोल्ट्री फार्मिंग का व्यापार शुरू करने के लिए आपको सबसे पहले कड़कनाथ चिकन को खरीदने के लिए एक स्थान का चयन करना होगा उसके बाद आपको कड़कनाथ नस्ल के चिकन को खरीदना होगा, कड़कनाथ नस्ल के चिकन को आप किसी पास पशुपालन या किसी पशु चिकित्सा विश्वविद्यालय से खरीद सकते हैं इसके अलावा ऑनलाइन भी आप इस नस्ल के चिकन को खरीद सकते हैं. अपने इस बिज़नस को शुरू करने के लिए आपको शुरुआत में कम से कम 30 चिकन की जरूरत होगी, कड़कनाथ चिकन के दाम इनके वजन और आयु के हिसाब से निर्धारित किए जाते हैं इसलिए आप जो चिकन खरीदेंगे उनका दाम उनके वजन और आयु पर ही निर्भर होगा.

अगर आपके फार्म में रखे गए किसी चिकन को कोई बिमारी हो जाती है तो उस चिकन को तुरंत अपने फ़ार्म के अन्य चिकन से अलग कर दें और जानवरों के डॉक्टर को तुरंत दिखायें, आप अपना पोल्ट्री फार्म खोलने के लिए ऐसे जगह को चुने जो शहर से थोड़ा दूर हो क्योंकि पोल्ट्री फार्म खोलने के लिए आपको खुली जगह की जरूरत होगी, इस व्यापार को करने के लिए आपकी फाइनेंशियल स्थिति अच्छी होनी चाहिए लेकिन अगर आपकी फाइनेंशियल स्थिति अच्छी नहीं है तो आप इस बिज़नस को शुरू करने के लिए लोन भी ले सकते हैं भारत में कई राष्ट्रीयकृत बैंक है जो पोल्ट्री कृषि बिज़नस शुरू करने के लिए कम ब्याज पर ऋण प्रदान कर रहे हैं इसलिए आप इन बैंक से कम ब्याज दरों में लोन ले सकते है.

भारत सरकार द्वारा पोल्ट्री वेंचर कैपिटल फंड स्कीम नामक एक नई स्कीम भी लागू की गई है इस स्कीम की मदद से उन लोगों को सब्सिडी दी जाती है जो कि पूर्व कृषि व्यवसाय स्थापित करना चाहते हैं इसलिए आप इस स्कीम का भी लाभ उठा सकते हैं. कड़कनाथ चिकन पोल्ट्री फार्म खोलने के बाद आपको अपने इस पोल्ट्री फार्म की मार्केटिंग भी करनी होगी, प्रमोशन करना किसी भी व्यापार के लिए बहुत जरूरी होता है और प्रमोशन के द्वारा ही लोगों को आपके बिज़नेस के बारे में पता चलता है इसलिए आपको अपने कड़कनाथ चिकन पोल्ट्री फार्म के प्रमोशन पर भी ध्यान देना होगा. एक बार जब आपके पोल्ट्री फार्म में रखे हुए कड़कनाथ चिकन का अच्छे से विकास हो जाए तो आप उनको मारकर उनका मांस निकाल सकते हैं.

कड़कनाथ चिकन का विकास होने में 105 से 115 दिनों का समय लगता है इन दिनों में इनका वजन 0.25  से 1.75 किलोग्राम तक हो जाता है मास्क निकालना आसान काम नहीं है इसीलिए आप मांस निकलने की जिमेदारी ऐसे व्यक्ति को दे जिसे इसके बारे में अच्छे से पता हो. मांस निकालने के बाद मांस को अच्छे से साफ करना होता है और फिर उसे अच्छे से काटना होता है काटने के बाद आपको इस मास को पैक कर फ्रिज में रखना होता है जिससे ये खराब न हो सके. अब आप इस मांस को बाजार में बेच सकते है आप इस बात का ध्यान रखियेगा कि ये मांस आपको ज्यादा दिनों तक फ्रिज में ना रखना पड़े क्योंकि ज्यादा दिन फ्रिज में मांस रखने से उसका स्वाद बदल जाता है.

कड़कनाथ मुर्गी द्वारा दिए गए अण्डों को आपको इनकी क्वालिटी और रंग के हिसाब से अलग अलग रखना होगा, मुर्गी और मुर्गे के मांस और अंडे को पैक करने के लिए आपको लिफाफे और ट्रे की जरूरत होगी, कड़कनाथ चिकन पोल्ट्री फार्म खोलने से पहले आप अपने पोल्ट्री फार्म को मिनिस्ट्री ऑफ माइक्रो स्मॉल एंड मीडियम एंटरप्राइजेज के तहत पंजीकृत जरुर करवा लें. पोल्ट्री फार्म का पंजीकरण करवाने से आपको एक उद्योग आधार कार्ड मिलेगा.

इस कार्ड की मदद से आप सरकार की तरफ से पोल्ट्री फार्मिंग को बढ़ावा देने के लिए चल रही स्कीमों का लाभ ले सकेंगे. मुर्गियों को समय पर खाना देना काफी जरूरी होता है क्योंकि अगर उन्हें सही समय पर खाना नहीं दिया जाए तो इनका विकास अच्छे से नहीं हो पाता है और अगर इनका विकास अच्छे से नही होगा तो आपके बिज़नस का नुकसान होगा. मुर्गियों को दिए जाने वाले खाने यानी चारे को आप बाजार में खरीदने की बजाय खुद भी बना सकते हैं क्योंकि अगर आप बाजार से इनके लिए चारा लेते हैं तो वह आपके लिए काफी महंगा होगा, लेकिन अगर आप खुद से चारा बनाते हैं तो आपको ये थोड़ा सा सस्ता पड़ सकता है. कड़कनाथ नस्ल के चिकन की संख्या हमारे देश में बहुत कम है इसीलिए कड़कनाथ चिकन या पोल्ट्री फार्म खोलना आपके लिए काफी फायदेमंद होगा.

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