JELET का पूरा नाम Joint Entrance Lateral Entry Exam होता है जो स्टूडेंट्स डिप्लोमा इंजीनियरिंग से कंप्लीट करने के बाद इंजीनियरिंग के हायर कोर्स मे डायरेक्ट 2nd ईयर मे एडमिशन लेना चाहते है तो आपको जॉइंट एंट्रेंस लेटरल एंट्री एग्जाम को क्लियर करना होता है. आप मे से बहुत सारे candidate ऐसे होते है जिन्हें JELET एग्जाम के बारे मे पूरी जानकारी नहीं होगी तो ऐसे स्टूडेंट्स हमारे इस आर्टिकल को पूरा ज़रूर पढ़े, क्योकि इसमें हमने आपको JELET एग्जाम से रिलेटेड पूरी जानकारी दी है.
JELET एग्जाम क्या होता है (What is JELET exam in Hindi)

JELET का फुल फॉर्म Joint Entrance Lateral Entry Exam होता है यह एक स्टेट लेवल लेटरल एंट्री एंट्रेंस एग्जाम है जिसे WBJEEEB (West Bengal Joint Entrance Examination Board) द्वारा कंडक्ट किया जाता है. जो स्टूडेंट्स डिप्लोमा इंजीनियरिंग से कंप्लीट करने के बाद हायर इंजीनियरिंग (बी टेक) कॉलेज मे डायरेक्ट 2nd ईयर मे एडमिशन लेना चाहते है या फिर टेक्नोलॉजी, फार्मेसी के बैचलर डिग्री कोर्स में एडमिशन लेना चाहते हैं तो उन्हें JELET का Entrance एग्जाम पास करना होता है अगर आप इस एग्जाम को पास कर लेते है तभी आप डायरेक्ट हायर इंजीनियरिंग कॉलेज या टेक्नोलॉजी, फार्मेसी के बैचलर डिग्री कोर्स मे एडमिशन ले सकते हैं.
JELET एग्जाम देने के लिए योग्यता क्या होनी चाहिए?
JELET एग्जाम देने के लिए candidate का AICET द्वारा recognised बोर्ड से डिप्लोमा पास होना जरूरी है या फिर candidate का किसी UGC recognised यूनिवर्सिटी से बीएससी होना जरूरी चाहिए, डिप्लोमा या फिर बीएससी मे आपको मिनिमम 45%-50% मार्क्स होने चाहिए. साथ ही बीएससी करने वाले candidate का 12th मैथ सब्जेक्ट से पास होना जरूरी है.
जो स्टूडेंट्स marine इंजीनियरिंग से डिप्लोमा कोर्स करते है उनकी अपर ऐज लिमिट 25 साल होनी चाहिये इसके अलावा दूसरी किसी भी ब्रांच से डिप्लोमा कोर्स करने पर इसके लिए कोई ऐज लिमिट नहीं रखी गई है और बीएससी पास करने के बाद इस टेस्ट को देने वाले candidate की अपर ऐज 27 साल होनी चाहिए.
JELET एग्जाम का एग्जाम प्रोसेस क्या है?
JELET एग्जाम ऑफलाइन कराया जाता है इसमें 100 नंबर के 100 प्रश्न पूछे जाते हैं यह पेपर 2 घंटे का होता है और इसमें 1/4 नेगेटिव मार्किंग होती है यह पेपर इंग्लिश मीडियम में होता है इस एग्जाम को देने के लिए कैंडिडेट का इंडियन सिटीजन होना जरूरी है. इंजीनियरिंग करने के बाद इस एग्जाम को देने वाले कैंडिडेट का पेपर नॉर्मल होता है और फार्मेसी या बीएससी कंडीडेट का पेपर सेपरेट होता है.
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आज आपने क्या सीखा?
हम आशा करते हैं कि हमारा ये (JELET exam kya hai) आर्टिकल आपको काफी पसंद आया होगा और आपके लिए काफी यूजफुल भी होगा क्योकि आज इस आर्टिकल में हमने आपको JELET एग्जाम से रिलेटेड पूरी इनफार्मेशन दी है.
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