स्टेटिस्टिशियन कैसे बनें? | How to become a statistician?

How to become a statistician: क्या आपको स्टैटिस्टिकल मेथड्स इंट्रेस्टिंग लगती हैं और क्या आप इन मेथड्स को प्रैक्टिकली उपयोग में लाना चाहते हैं, यदि हाँ तो आप एक स्टाटिस्टिशन बनने के बारे में सोच सकते हैं क्योंकि बिज़नेस वर्ल्ड में बढ़ती उन्नति के कारण स्टेटिस्टिशियन की माँग बहुत अधिक बढ़ रही है.

और अब यह सबसे तेजी से बढ़ने वाले करियर में से एक बन गया है यानी अगर आप भी स्टेटिस्टिशियन बनने में इंटरेस्टेड है तो यह आपके लिए एक बेहतरीन करियर विकल्प साबित हो सकता है क्योंकि इसमें स्कोप भी नजर आ रहा है जॉब सिक्योरिटी भी है और सैलरी पैकेज भी काफी अच्छा ऑफर होता है इसीलिए आप इस फील्ड में अपना करियर बना सकते हैं लेकिन इसके लिए आपको इसके बारे में पूरी जानकारी होना जरूरी है.

 How to become a statistician

 

स्टेटिस्टिशियन का काम क्या होता है?

एक स्टेटिस्टिशियन एक मैथेमेटिशियन होता है जो कि ऐनालिटिकल स्किल्स का यूज़ करके डेटा को इंटरप्रेट करने और कन्फ्यूजन स्ट्रॉ करने के लिए भी जिम्मेदार होता है डेटा कलेक्शन, टेबुलेशन, सही प्रोसेस का यूज़ करके डेटा कलेक्ट करने की ट्रेनिंग देना, और स्टेटिस्टिशियन कार्यों में शामिल व्यक्तियों के लिए निर्देश लिखना भी स्टेटिस्टिशियन की जिम्मेदारी होती है.

डेटा ऐनालिसिस करना, डेटा कलेक्शन एंड इंटरप्रिटेशन, डेटा ट्रेंड्स को आइडेंटिफाइ करना, सैंपल टेक्नीक अप्लाई करना, रिसर्च प्रोजेक्ट्स डिजाइन करना, बिज़नेस स्ट्रेटेजीज को ड्रॉ करना ये एक स्टेटिस्टिशियन के ही काम होते हैं.

स्टाटिस्टिशन के कई सारे टाइप्स भी होते हैं जो उनके चूज किये गए वर्क फील्ड के अकॉर्डिंग होते है जैसे-

स्टेटिस्टिशियन – जो रियल वर्ल्ड के इशूज को हल करने में मदद करने के लिए मैथमैटिकल टेक्निक्स और मॉडलों का उपयोग करते हैं.

डेटा ऐनालिस्ट- जो कंपनी में बहुत बड़ी मात्रा में डेटा के साथ डील करते हैं और किसी भी समस्या को हल करने के लिए डेटा सेट को इकट्ठा, साफ और व्याख्या करते हैं.

स्टेटिस्टिशियन एनालिसिस- जो डॉक्यूमेंट्स और एनालिसिस लिखते हैं और साथ में डेटा कलेक्ट और एडिट भी करते हैं यानी स्टेटिस्टिशियन भी कई तरह के होते हैं.

स्टेटिस्टिशियन बनने के लिए कौन सी स्किल्स का होना जरूरी होता है?

स्टेटिस्टिशियन बनने के लिए कैंडिडेट में मल्टी टास्किंग स्किल्स, क्रिटिकल थिंकिंग स्किल्स, ऐनालिटिकल स्किल्स, प्रॉब्लम सॉल्विंग स्किल्स, राइटिंग स्किल्स और टीम वर्क स्किल्स का होना भी जरूरी है.

इसके साथ ही स्टेटिस्टिशियन बनने के लिए कैंडिडेट थ्योरेटिकल एंड अप्लाइड स्टैटिस्टिक्स समरी स्टैटिस्टिक्स और हाइपोथीसिस टेस्टिंग में एक्स्पर्ट होना चाहिए.

  • कैंडिडेट के पास मशीन लर्निंग स्किल्स होना जरूरी है.
  • क्लाउड कंप्यूटिंग और SQL जैसी डेटाबेस की अच्छी नॉलेज होनी चाहिए.
  • जावा, C, C++ और पाइथन जैसी कंप्यूटर लैंग्वेज पर अच्छी कमांड होनी चाहिए.
  • टेक्निकल प्रोग्राम्स में एक्स्पर्ट भी होना चाहिए.
  • मैथमैटिक्स में लीनियर ज़ेब्रा कैलकुलस

और प्रोबेबिलिटी इन्क्लूड हो उसका एक्स्पर्ट होना जरूरी है.

स्टेटिस्टिशियन बनने के लिए योग्यता क्या होनी चाहिए?

स्टेटिस्टिशियन बनने के लिए कैंडिडेट को साइंस स्ट्रीम या कॉमर्स स्ट्रीम से 12th पास होना जरूरी है जिसमें कैंडिडेट के मेन सब्जेक्ट स्टैटिस्टिक्स या मैथ्स हो और 12th में मिनिमम 55% मार्क्स भी होने चाहिए और आपके मैथमेटिकल स्किल्स भी एक्सलेंट होनी चाहिए स्टेटिस्टिशियन बनने के लिए आप कोई भी बैचलर डिग्री कोर्स कर सकते हैं जो आपकी स्किल्स और नॉलेज से मैच करता हो, जैसे-

B.Sc (Hons.) स्टैटिस्टिक्स कोर्स कर सकते हैं?

जो की 3 साल की ड्यूरेशन का कोर्स है और इसमें ऐडमिशन के लिए कैंडिडेट के पास 12th में मैथ्स या स्टैटिस्टिक्स कंपलसरी सब्जेक्ट के रूप में होने चाहिए

इस कोर्स को करने के लिए इंडिया के कुछ बेस्ट कॉलेजेस है-

  • छत्रपति शिवाजी महाराज यूनिवर्सिटी मुंबई,
  • एमिटी यूनिवर्सिटी मुंबई एंड कोलकाता
  • डी.एम. कॉलेज ऑफ साइन्स इम्फाल
  • बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी वाराणसी और
  • एल आई यूनिवर्सिटी कोलकाता आदि.

इसके अलावा आप बीएससी मैथमैटिक्स ऑनर्स भी कर सकती हैं बैचलर डिग्री लेने के बाद आप इस फील्ड में मास्टर्स डिग्री भी ले सकते हैं ताकि आपकी नॉलेज स्किल्स और सब्जेक्ट पर कमांड बढ़ सके.

एमएससी स्टेटिक्स कोर्स भी कर सकते है

ये पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री कोर्सेज होता है जिसकी ड्यूरेशन 2 साल होती है इस कोर्स में ऐडमिशन के लिए आपका स्टेटिक्स या मैथ से बैचलर डिग्री कंप्लीट करना जरूरी है.

इंडिया के कुछ बेस्ट कॉलेजेस है जहाँ से आप ये कोर्स कर सकते हैं

  • चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी चंडीगढ़
  • मद्रास क्रिश्चियन कॉलेज चेन्नई
  • हिंदू कॉलेज दिल्ली यूनिवर्सिटी
  • सेंट जोसेफ कॉलेज बैंगलोर और
  • निम्स यूनिवर्सिटी जयपुर

आदि, पोस्ट ग्रेजुएशन कम्पलीट करने के बाद भी अगर आप हायर स्टडी लेना चाहते है तो आप डॉक्टर डिग्री ले सकते है

स्टैटिक्स कोर्स करने के बाद जॉब प्रोफाइल्स क्या है?

ये कोर्स करने के बाद आप प्राइवेट कंपनीज़ में भी अच्छी जॉब पा ही सकते हैं लेकिन अगर आप गवर्नमेंट जॉब चाहते हैं तो इंडियन स्टैटिस्टिकल सर्विसेज़, सिविल सर्विसेज़, और इंडियन इकोनॉमिक सर्विसेज एक्साम्स के लिए अप्लाइ कर सकते हैं इनके अलावा आप डेटा एनालिसिस, फाइनेंन्सियल फर्म्स एजुकेशन, हेल्थ केयर, रिसर्च एंड डेवलपमेंट स्पोर्ट्स और साइकोलॉजी सेक्टर्स में जॉब ऑपर्च्यूनिटीज पा सकते हैं इसके अलावा स्टैटिक्स के एरिया में जॉब प्रोफाइल्स ना केवल इंडिया में बल्कि अब्रॉड में भी शानदार एम्प्लॉयमेंट ऑपर्च्युनिटीज मिल जाएँगी.

स्टेटिस्टिशियन की सैलरी कितनी होती है?

अगर गवर्नमेंट सेक्टर में एवरेज ऐन्युअल सैलरी की बात करें तो ये 3 से 4 लाख पर एनम हो सकती है तो प्राइवेट ऑर्गेनाइजेशन्स में ढाई से 6 लाख पर एनम तक हो सकती है अगर जॉब प्रोफाइल के हिसाब से देखा जाये तो एक स्टेटिस्टिशियन को लगभग 3 से 4 लाख पर एनम का सैलरी पैकेज मिल सकता है डेटा एनालिस्ट को 3.5 से 4 लाख पर एनम का, तो एक स्टैटिस्टिकल ऐनालिस्ट को लगभग 3.5 से 4.5 लाख का सैलरी पैकेज मिल सकता है ट्रेनिंग और एक्सपीरियंस के साथ एक स्टेटिस्टिशियन की सैलरी इन्क्रीज़ होती रहती है ये सैलरी जॉब लोकेशन और ट्रेनिंग जैसे फैक्टर्स से अफेक्ट भी होती है.

आज आपने क्या सीखा?

हम आशा करते हैं कि हमारी (Statistician Kaise Bane) ये जानकारी आपको पसंद आई होगी और आपके लिए काफी यूज़फुल भी होगी क्योंकि इसमें हमने आपको स्टेटिस्टिशियन बनने से रिलेटेड पूरी इन्फॉर्मेशन दी है

हमारी ये (Statistician Kaise Bane) जानकारी आपको कैसी लगी कमेंट करके जरूर बताइएगा और जो स्टूडेंट्स स्टेटिस्टिशियन बनना चाहते है या फिर इसके बारे में जानकारी चाहते हैं उनके साथ भी जरूर शेयर कीजिएगा.

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