दोस्तों आप में से बहुत से कैंडिडेट ऐसे होंगे जिन्हें गरुड़ कमांडो के बारे में जानकारी होगी लेकिन कुछ कैंडिडेट ऐसे भी होंगे जिन्हें इसके बारे में जानकारी नही होगी कि गरुड़ कमांडो कौन होता है और गरुड़ कमांडो बनने से लिए क्या करना होता है तो आइये आज इस आर्टिकल में हम गरुड़ कमांडो बनने से रिलेटेड पूरी जानकारी लेते हैं.

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गरुड़ कमांडो कौन होता है (Who is Garuda Commando in Hindi)
भारतीय वायुसेना में गरुड़ कमांडो एक ऐसी फोर्स है जो पलक झपकते ही दुश्मन को चैन की नींद सुला सकती है चाहे किसी दुश्मन का अटैक हो या देश में किसी तरह की आपदा आई हो, गरुड़ कमांडो हमेशा देश की सहायता के लिए सबसे आगे रहते हैं इनकी ट्रेनिंग पूरे 3 साल तक चलती है उसके बाद ही कैंडिडेट गरुड़ कमांडो बन पाता है.
गरुड़ कमांडो बनने के लिए एलिजिबिलिटी क्या होनी चाहिए?
गरुड़ कमांडो बनने के लिए कैंडिडेट का 50% मार्क्स के साथ 12th पास होना जरूरी है और 12th में कैंडिडेट ने इंग्लिश सब्जेक्ट लिया हो और उसके इंग्लिश में 50% मार्क्स भी होने चाहिए और इसमें अप्लाई करने के लिए कैंडिडेट की आयु सीमा 17.5 साल से 23 साल के बीच में होनी चाहिए.
गरुड़ कमांडो का सिलेक्शन प्रोसेस कैसे होता है?
गरुड़ कमांडो को कई अलग-अलग तरह के टेस्ट से गुजरना होता है जिसमें सबसे पहले फिजिकल, फिर मेडिकल और लास्ट में लिखित परीक्षा कराई जाती है उसके बाद कैंडिडेट गरुड़ कमांडो के लिए सेलेक्ट किया जाता है हमारी तीनों सेनाओं (जल सेना वायुसेना और थल सेना) की अपनी अलग- अलग कमांडो फोर्स रखती है यहाँ पर इंडियन आर्मी की पैराएसएफ कमांडो, इंडियन नेवी की मारकोस, और इंडियन एयरफोर्स की गरुड़ कमांडो है.
गरुड़ कमांडो का नाम टाइगर से बदलकर भगवान गरुड़ के नाम पर रखा गया है गरुड़ कमांडो बनने के दो तरीके हैं पहला कमीशंड ऑफिसर और दूसरा नॉन-कमीशंड ऑफिसर. कमीशंड ऑफिसर के लिए सिर्फ इंडियन नेवी के जवान ही एग्जाम पास करके गरुड़ कमांडो फोर्स में सीधे ऑफिसर रैंक तक जा सकते हैं लेकिन नॉन कमिशंड ऑफिसर के अंतर्गत कैंडिडेट ओपन रैली में सीधा हिस्सा लेकर वो गरुड़ कमांडो बन सकते हैं यह रैली देश के अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग समय पर आयोजित की जाती है इसमें कोई भी कैंडिडेट हिस्सा ले सकता है.
इसमें सबसे पहले कैंडिडेट को 1.6 किलोमीटर की दौड़ 6 मिनट 30 सेकंड में पूरी करनी होती है इसके साथ ही 10 पुशअप, 10 सिटअप्स और 20 स्क्वाट्स लगवाये जाते हैं उसके बाद फिजिकल पास करने वाले कैंडिडेट्स का मेडिकल टेस्ट होता है और मेडिकल के दौरान ही हाइट, वेट और चेस्ट का मेजरमेंट किया जाता है तो इसमें कैंडिडेट की हाइट मिनिमम 152.5cm, चेस्ट कम से कम 70cm होनी चाहिए चेस्ट में फूलने के बाद 5cm का फैलाव भी आना चाहिए और वेट हाइट के अनुसार होना चाहिए.
जैसे- अगर कैंडिडेट की हाइट 152 सेंटीमीटर है तो इस हाइट के लिए महिलाओं का वजन 40.8kg से 49.9kg के बीच होना चाहिए और पुरुषों का वजन 43.1kg से 53kg के बीच होना चाहिए, इसके साथ ही साथ कैंडिडेट बिल्कुल स्वस्थ होना चाहिए और कैंडिडेट में सुनने, देखने और बोलने में किसी तरह की कोई समस्या नहीं होनी चाहिए और ना ही शरीर का कोई भी अंग डैमेज होना चाहिए.
इसके अलावा कैंडिडेट का ब्लड टेस्ट, यूरिन टेस्ट, एक्स-रे, जैसे टेस्ट भी किये जाते हैं, उसके बाद मेडिकल पास करने वाले कैंडिडेट्स की लिखित परीक्षा कराई जाती है, जिसमें इंग्लिश, फिजिक्स, मैथेमेटिक्स रीज़निंग और जनरल अवेयरनेस से रिलेटेड प्रश्न पूछे जाते है और सभी प्रश्न 1-1 नंबर का होगा और पेपर का समय 45 मिनट का दिया जाएगा, और ¼ नेगेटिव मार्किंग भी होगी.
परीक्षा पास करने वाले कैंडिडेट का Adaptability टेस्ट 1 और Adaptability टेस्ट 2 होगा, इसमें Adaptability टेस्ट 1 सभी ऑब्जेक्टिव टाइप टेस्ट होगा जिसमें कैंडिडेट को 30 मिनट में 45 प्रश्न करने होंगे, और Adaptability टेस्ट 2 में ग्रुप डिस्कशन किया जाता है इसमें 15 कैंडिडेट के एक ग्रुप को कोई भी एक टॉपिक दे दिया जाता है और उन्हें उस पर डिस्कशन करना होता है उसके बाद कुछ कंडीडेट्स को सेलेक्ट किया जाता है उसके बाद उनका DFT (डाइनामिक फैक्टर टेस्ट) होता है जिसमें कैंडिडेट से 10th तक के इंग्लिश के बेसिक प्रश्न पूछे जाते हैं और आपको इन प्रश्नों का उत्तर फुल कॉन्फिडेन्स के साथ देने होते है.
उसके बाद फाइनल सिलेक्टेड कैंडिडेट को ट्रेनिंग के लिए बुलाया जाता है और इनकी ट्रेनिंग 3 साल तक चलती है इसमें कैंडिडेट को ट्रेनिंग के दौरान भी रेगुलर सैलरी मिलती रहती है और छुट्टियां भी दी जाती है ये 3 साल की ट्रेनिंग बहुत ही मुश्किल होती है जवानों को अलग-अलग तरह की सिचुएशन में रखा जाता है और अलग-अलग तरह की मुश्किल से मुश्किल ट्रेनिंग से उसे गुजरना पड़ता है तब कहीं जाकर कोई कैंडिडेट जरूर कमांडो बन पाता है.
गरुड़ कमांडो की सैलरी कितनी होती है?
एक गरुड़ कमांडो के पद पर काम करने वाले कैंडिडेट को प्रतिमाह 65,000 रूपये से 80,000 रूपये की लगभग सैलरी मिलती है.
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आज आपने क्या सीखा?
दोस्तों हम उम्मीद करते है कि हमारा ये (garud commando kaise bane) आर्टिकल आपको काफी पसंद आया होगा और आपके लिए काफी हेल्पफुल भी होगा क्युकी इसमें हमने आपको गरुड़ कमांडो बनने से रिलेटेड पूरी इनफार्मेशन दी है
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